HALKI HALKI MULAKAATEN THI, DOOR DOOR SE BAATEIN THI (KUCH NAA KAHO) @Kuch Naa Kaho :

HALKI HALKI MULAKAATEN THI, DOOR DOOR SE BAATEIN THI (KUCH NAA KAHO) Hindi Lyrics #Sadhana Sargam, Shaan @Kuch Naa Kaho :

Music Label:
Song : Kuch Naa Kaho
Movie : Kuch Naa KahO
Singers : Sadhana Sargam, Shaan;
Lyricist : Javed Akhtar
Music Label: Zee Music;

Hindi Lyrics:
हल्की हल्की मुलाकातें थी
दूर दूर से बातें थी
हल्की हल्की मुलाकातें थी
दूर दूर से बातें थी
धीरे धीरे क्या हो गया है
मैं क्या कहूं?
क्यों लडखडाई धड़कन
क्यों थरथराए तन मन
क्यों होश मेरा यूं खो गया हैं
मैं क्या कहूं?
क्यों लडखडाई धड़कन
क्यों थरथराए तन मन
क्यों होश मेरा यूं खो गया हैं
मैं क्या कहूं?

कुछ ना कहो, कुछ ना कहो
कुछ ना कहो, कुछ ना कहो

सब मेरे दिन सब रातें
तुम्हारे ख्यालों में रहते हैं गुम!
कहनी हैं तुमसे जो बातें
बैठो ज़रा अब सुन भी लो तुम
क्या मेरे ख्वाब हैंक्या हैं मेरी आरज़ू
तुमसे यह दास्तां क्यों ना कहूं रूबरू?

कुछ ना कहो, कुछ ना कहो
कुछ ना कहो, कुछ ना कहो

हो जज़्बात जितने हैं दिल में
मेरे ही जैसे हैं वो बेज़ुबान
जो तुमसे मैं कहना पायी
कहती हैं वो मेरी खामोशियाँ
सुन सको तो सुनो
वो जो मैंने कहा नहीं
सच तो हैं कहने को
अब कुछ रहा नहीं

कुछ ना कहो, कुछ ना कहो
कुछ ना कहो कुछ ना कहो

ल्की हल्की मुलाकातें थी
दूर दूर से बातें थी
धीरे धीरे क्या हो गया है
मैं क्या कहूं?
क्यों लडखडाई धड़कन
क्यों थरथराए तन मन
क्यों होश मेरा यूं खो गया हैं
मैं क्या कहूं?

कुछ ना कहो, कुछ ना कहो
कुछ ना कहो, कुछ ना कहो.

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