SUNN ZARA sung by JalRaj
Hindi Lyrics:
सुन जरा!
अर्जियां ये मांगता हूं
मेरे खुदा से तेरी
सुन जरा।
ख्वाब मेरे!
नींद मेरी
करते हैं बातें तेरी
सौ बार खुदा से मांगा है?
मन्नत का तू बुरादा है।
तेरे प्यार के बदले में दुनिया ले गई।
मैं बैठा तेरे लिए।
फिर मुझे सपने क्यों दे गया
मैं बैठा हूं तेरे लिए?
फिर मुझे सपने क्यों दे गया?
हाथों की लकीरें
बिखरी हुई है
किस्मत में जाने क्या लिखा?
काश तू कहीं से मिल जाए मुझको।
सजदे में करता सर झुका।
मैं याद में तेरी आऊंगा।
अरसे से खुद में आता हूँ।
तुम ख्वाहिशों से बढ़कर झूठे वादे दे गया।
मैं बैठा तेरे लिए।
फिर मुझे सपने क्यों दे गया?
मैं बैठा तेरे लिए
फिर मुझे सपने क्यों दे गया?
मैं बैठा तेरे लिए
फिर मुझे सपने क्यों देगा या नहीं?
मैं बैठा तेरे लिए।
फिर मुझे सपने क्यों दे गया?
मैं बैठा तेरे लिए। फिर मुझे सपने क्यों दे गया?