ZINDAGI IS TARAH SE LAGNE LAGI @Murder

ZINDAGI IS TARAH SE LAGNE LAGI Hindi Lyrics #Anuradha Paudwal, Sonu Nigam @Murder

Song Credits:
Song: Zindagi Iss Tarah
Movie: Murder
Singer(s): Anuradha Paudwal, Sonu Nigam
Lyricist: Sayeed Quadri

Hindi Lyrics:
जिंदगी इस तरह से लगने लगी,
रंग उड़ जाए जो दीवारों से
अब छुपाने को अपना कुछ ना रहा,
जख्म दिखने लगे। दरारों से ।

मैं तेरे जिस्म की हूं परछाई,
मुझको कैसे रखोगे खुद से जुदा?
भूल करना तो मेरी फितरत है,
क्योंकि इंसान हूं मैं, नहीं हूं खुदा।
क्योंकि इंसान हूं मैं, नहीं हूं खुदा।

मुझको है अपनी खता मंजूर,
भूल हो जाती है इंसानों से,
अब छुपाने को अपना कुछ ना रहा।
जख्म दिखने लगे दरारों से।

मेरी हर भूल में कहीं शायद,
हम भी शामिल हैं, गुनाहगारों में।
अब छुपाने को अपना, कुछ ना रहा,
जख्म दिखने लगे दरारों से।

आओ मिलकर हम फिर से,
अपने ख्वाबों का घर बनाते हैं।
जो भी बिखरा है वो समेट के,
भूल कर फिर खुशी को लाते हैं।
ढूंढ कर फिर खुशी को लाते हैं।
बोझ तो जिंदगी का कटता है,
एक दूजे के सहारों से।

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